रनिंग एक्सरसाइज सभी के लिए जरूरी नहीं, जानें बॉडी टाइप के आधार पर क्या करना है आवश्यक

रनिंग एक्सरसाइज सभी के लिए जरूरी नहीं, जानें बॉडी टाइप के आधार पर क्या करना है आवश्यक

सेहतराग टीम

हम अपने शरीर को फिट रखने के लिए क्या नहीं करते। कसरत, जिम, अच्छा खाना और यहां तक की दवाइयों का भी सेवन करके हम अपने शरीर को फिट रखना चाहते है। इन सबसे हमारेे शरीर में तंदुरुस्ती बनी रहती है। यह सब तरीके काफी कारगर हैं लेकिन दौड़ना इन सबसे बेहतर होता है। यह हम नहीं बल्कि डॉक्टर और तथ्य कहते हैं। दौड़ना व्यायामों में से सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है। यह हमारे शरीर को तंदुरुस्त करने के साथ-साथ कई रोगों को भी दूर करता है। उन्हीं में एक है हृदय रोग। रोजाना दौड़ने से हमारा हृदय बेहतर कार्य करता है। वहीं अधिकतर व्यायाम के लिए कई तरह के उपकरण की जरूरत होती है लेकिन दौड़ने के लिए किसी चीज की जरूरत नहीं होती है बल्कि बस आपको शूज पहनना है और लेस बांधने हैं।

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वैसे जानकार कहते हैं कि अगर फिट रहना है तो सुबह रोजाना दौड़ना चाहिए। यह बात सच भी है अगर हम रोजाना दौड़ते है तो तंदुरुस्त बने रहेंंगे। लेकिन रनिंग सभी के लिए फायदेमंद है यह कहना गलत है। जरूरी नहीं है कि अगर दौड़ने से क‍िसी का शरीर फिट है तो आप भी दौड़ने से तंदुरुस्त बने रहेंगे। ऐसी स्थिति में आप सबसे पहले अपने लिए सही विकल्प चुनें, जिससे आपके शरीर को फायदा मिल सके।

सुबह के समय व्यायाम करना सभी के लिए फायदेमंद होता है। यह सभी लोगों को करना भी चाहिए। इससे मन शांत रहता है और शरीर तरोताजा महसूस करता है। लेकिन व्यायाम करते हुए सभी को कुछ सावधानियां भी रखने की जरूरत होती है। वहीं अगर आप फिटनेस सेशन में रनिंग को शामिल करना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। तो आइए जानते हैं कि दौड़ने से पहले किन बातों का ख्याल रखें?

सबसे पहली बात होती है कि शरीर किस प्रकार का है। वैसे शरीर कई प्रकार के होते हैं जैसे किसी का शरीर मोटा होता है तो किसी का पतला। यही नहीं कई लोग बड़े शरीर वाले होते है तो कई लोग छोटे शरीर के होते हैं। ऐसी स्थिति में सभी लोगों को अलग-अलग तरीके के व्यायाम करने होते हैं। आपको बता दें कि अच्छा धावक बनने के लिए शरीर को पतला, पुष्ट और हल्के मांस वाला बनाना होता है। क्योंकि जो अच्छे धावक होते हैं उनका शरीर कुछ इसी प्रकार होता है। दौड़ने में बहुत ताकत लगती है, क्योंकि जब आप दौड़ते हैं तो जिस बल के साथ आप जमीन पर अपने पैर रखते हैं उतनी ही तेजी से जमीन आपके शरीर को फेंकता है। इसलिए आपको अपने शरीर के प्रकार को जानना काफी जरूरी है। तो आइए जानते है अलग-अलग शरीर वालों के लिए दौड़ना कितना फायदेमंद है।

वैज्ञानिक रूप में भी हमारा शरीर कई प्रकार के होते है। दरअसल वैज्ञानिक रूप से शरीर तीन प्रकार के होते हैंं। शरीर के प्रकारों को एक्टोमोर्फ, मेसोमोर्फ और एंडोमोर्फ कहा जाता है।  

एक्टोमॉर्फ: एक व्यक्ति जो दुबला और लंबा है और उसे वजन बढ़ाने में कठिनाई होती है।

एंडोमोर्फ: एंडोमॉर्फ बॉडी टाइप का व्यक्ति हैवी, हाई बॉडी फैट, अक्सर नाशपाती के आकार का होता है, जिसमें बॉडी फैट को स्टोर करने की उच्च प्रवृत्ति होती है।

मेसोमॉर्फ: इस प्रकार के व्यक्ति का शरीर मांसपेशियों से अच्छी तरह से निर्मित होता है और इसमें हाई मेटाबॉलिज्‍म और प्रतिक्रियाशील मांसपेशी कोशिकाएं होती हैं।

जिस प्रकार वैज्ञानिक रूप में हमारे शरीर तीन प्रकार के होते है वैसे ही आम भाषा में भी शरीर के कई प्रकार होते है तो आइए जानते हैं उनके बारे में-

बड़े शरीर वाले लोग

हमने कई बार सुना है कि कई लोगों का शरीर काफी बड़ा होता है। बड़ा होने का मतलब यह नहीं की मानव शरीर से कुछ अलग हो। उसका मतलब यह है उनके शरीर में एक्टोमोर्फ और एंडोमोर्फ के लक्षण पाए जाते है और कुछ एक्टोमोर्फ और मेसोमोर्फ के भी लक्षण उनमें पाए जाते है। इस प्रकार के लोगों के ले धावक बनना काफी सरल होता है। क्योंकि एक्टोमोर्फ वाले सबसे कम वजन के होते है और मेसोमोर्फ वाले सबसे मजबूत शरीर वाले है। ऐसे में अगर किसी में दोनों का संयोजक है तो उसके लिए दौड़ना काफी सरल और सहज होगा।  

छोटे शरीर के प्रकार वाले लोग

इस प्रकार के लोगों के लिए दौड़ना अच्छा होता है क्योंकि दौडने में ताकत लगती है और लम्बी शरीर और वजन लेकर कोई दौड़ नहीं पाता है। वहीं छोटे शरीर वाले लंबी दूरी का दौड़ बड़ी आसानी से पूरा भी कर लेते है। इसलिए तो ऐसे लोगों को दूरी के धावक भी बन जाते है।

मोटे शरीर वाले लोग

वैसे सभी लोग दौड़ लेते है लेकिन जो लोग मोटे होते है उनको थोड़ी समस्या होती है। क्योंकि उनका वजन इतना होता है कि उनका शरीर तेजी से उठा नहीं पाता है। ऐसी स्थिति में वह जल्दी थक भी जाते है। लेकिन ऐसा नहीं है कि वह दौड़ नहीं सकते है। वह दौड़ सकते है लेकिन उनको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। तो आइए जानते है उन बातों को जो ध्यान रखने वाली है-

  • अगर आपका शरीर मोटा है और आप दौड़ने की शुरुआत करना चाहते है तो डॉक्टर और एक्सपर्ट की राय जरुर ले। वह आपको बताएगें कि आप कैसा जूते पहने और आपको किस प्रकार के सतह पर चलना चाहिए और कितनी देर चलना चाहिए। ऐसी जानकारी लेने के बाद ही आप रनिंग शुरु करें।
  • अधिक वजन वालों के लिए सबसे पहले तो चलना शुरु करना चाहिए क्योंकि वजन ज्यादा होने के कारण दौड़ते वक्त उनका शरीर जल्दी थक जाएगा। ऐसी स्थिति में मोटे लोग सबसे पहले चलना शुरु करें उसके बाद स्टेमिना बढ़ने के बाद दौड़ने की शुरुआत करें।  
  • मोटे लोग जब दौड़ेगें तो वह जल्दी थक जाएंगे जिससे उनका पल्स रेट भी बढ़ सकता है। ऐसे में दौड़ने से पहले डॉक्टर से मिलकर सही पल्स रेट पता कर लें। उसके बाद ही रनिंग शुरु करें।

रनिंग से जुड़े कुछ महत्‍वपूर्ण तथ्‍य

  • दौड़ने से पहले हल्‍का वार्मअप जरूरी है, जिससे शरीर गर्म हो जाए। 
  • आपका शरीर जो कहता है, उसे सुनें। यदि आप महसूस करते हैं, तो आराम करें और जब आराम मिल जाए तो फिर से रनिंग शुरू करें।
  • रनिंग के बाद थोड़ी देर आराम करें, यह आपको दर्द और अनचाहे शरीर में ऐंठन से बचने में मदद करेगा।
  • पानी जरूर पीएं। बाहर निकलने से पहले कम से कम आधा लीटर पानी पिएं। अपने शरीर डिहाइड्रेट होने से बचाएं। 
  • कठोर सतह पर दौड़ने से बचें क्योंकि इससे आपके घुटनों में चोट लग सकती है। 
  • दौड़ने से पहले अधिक भोजन खाने से बचें। यदि आपको भूख लगती है, तो कुछ हल्का खाएं जो पचाने में आसान हो। भारी भोजन करने के बाद कम से कम तीन घंटे तक दौड़ने से बचें।
  • आपको ये भी जानने की जरूरत है कि आपको कितना चलना चाहिए। किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।
  • एक सहज और आसान तरीके से अपने रनिंग की शुरुआत करें। तुरंत तेज गति से न दौड़ें, धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ाएं।

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